सोमवार, 22 अप्रैल 2013
सान्निध्य: मातृभूमि वंदना
सान्निध्य: मातृभूमि वंदना: जननी जन्मभूमि भारत माँ, तू है कृपानिधान। शत-शत बार प्रणाम करूँ, रखूँ सदा यह ध्यान।। प्रातस्स्मरणीय मात-पिता-गुरु-जन्मभूमि पर मान। ...
सान्निध्य: कैसा ज़ुनून है यह
सान्निध्य: कैसा ज़ुनून है यह: Bangluru Blast कभी आतंकियों से और कभी दुष्कर्मियों से। हैराँ है, पशेमाँ है वतन, इनकी बेशर्मियों से।। कैसा ज़ुनून है यह, कैसी हवा च...
सान्निध्य: ऐसा क्यों नहीं हो सकता
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