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शनिवार, 18 मई 2013

सान्निध्य: इंसान को ही खोजना होगा

सान्निध्य: इंसान को ही खोजना होगा: कल का काम आज ही, हो कैसे सफल। इंसान को ही खोजना, होगा इसका हल।। धूल भरी आँधियाँ, प्रकृति का गुस्‍सा है। सूरज का भी क़हर, पतझड़ ...

सोमवार, 13 मई 2013

सान्‍नि‍ध्‍य सेतु: ऐसे रचनाकारों का बहिष्‍कार करें


सान्‍नि‍ध्‍य सेतु: ऐसे रचनाकारों का बहिष्‍कार करें:     ऐसा सुना भी था कि लोग गोष्ठियों में दूसरों की रचना पढ़ कर वाहवाही लूटते हैं। लाइब्रेरी से पुस्‍तकें चुराते हैं। यह उनका जुनून हो सकता ...

शनिवार, 11 मई 2013

सान्निध्य: ममता माँ की


सान्निध्य: ममता माँ की: माँ की आँखों से बहें, गंगा जमुना नीर। कभी न माँ को कष्‍ट दें, फूटे कभी न पीर। फूटे कभी न पीर, हाल हर देवें खुशियाँ। माँ का लें आशीष, ...