ब्लॉग पर पधारने के लिए धन्यवाद। यदि आप कवि या लेखक हैं तो आईए हम आपको मंच प्रदान करते हैं आप “काव्याकाश” से जुड़‌कर अपनी कविताएं, लेख, व्यंग्य, कहानी आदि प्रकाशित कर सकते हैं। अथवा "अनुसरण करें" पर किल्क करके हमसे जुड़ सकते हैं। आज ही ईमेल करें- kavyakash1111@gmail.com

गुरुवार, 29 दिसंबर 2011

सान्निध्य: नववर्ष तुम्‍हारा अभि‍नन्‍दन

सान्निध्य: नववर्ष तुम्‍हारा अभि‍नन्‍दन: वि‍गत वर्ष अब साँसें थामे करने को आगत का स्वागत अति‍ उत्सहि‍त है,’अभ्या्गत’ आओ हे नववर्ष तुम्हानरा अभि‍नन्दन। रश्मिरथी के दि‍व्यासन पर स...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें