काव्याकाश
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शनिवार, 10 सितंबर 2011
पत्थरों का शहर#links
यह पत्थरों का शहर है
बेजान बुत सा खड़ा इसके सीने में भरा
ग़ुबारों का ज़हर है
#links
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